भर जोबन में नाव डूबंगी एक सुपरहिट राजस्थानी होली गीत। ममता सिंह और मगराज लुहार द्वारा गाया गया, भर जोबन में नाव डूबंगी राजस्थानी गीत, वीणा संगीत।
Bhar Joban Me Naav Dubagi - Mamta Singh, Magharaj Luhar Lyrics
Singer | Mamta Singh, Magharaj Luhar |
Bhar Joban Me Naav Dubagi Rajasthani Lyrics
भर जोबन में नाव डूबगी - 2 तैरा दे मनिहारा
तेरे नाम की दो चूड़ी -२ मने पेरा दे मनिहारा , पेरा दे मनिहारा
भर जोबन में नाव डूबगी तैरा दे मनिहारा
तेरे नाम की दो चूड़ी मने पेरा दे मनिहारा , पेरा दे मनिहारा
पटरी -२ रेल चालत हैं -२ ऊपर जहाज हवाई
फागन में तो छोरा मर गया -२ कर कर याद लुगाई -२
पटरी -२ रेल चालत हैं ऊपर जहाज हवाई
फागन में तो छोरा मर गया, कर कर याद लुगाई -२
नीम का जोबन नीम निमोड़ी -२ आम का जोबन चुआन
मर्द का जोबन पण सुपारी -२ पनिहारी का कुआँ -२
नीम का जोबन नीम निमोड़ी आम का जोबन चुआन
मर्द का जोबन पण सुपारी पनिहारी का कुआँ -२
आधी रात में आयो देवर - २ , लायो फूल गुलाबी
झाला देर बुलवान लाग्यो - २ , आजा मेरी भाभी -२
आधी रात में आयो देवर , लायो फूल गुलाबी
झाला देर बुलवान लाग्यो , आजा मेरी भाभी -२
सुन रे पति ओ मेरा सुन रे पति -२ , तने हाल बताऊँ सारा
देवरिय को ब्याव करा दे -२ , वोह ना फिरे कंवारा - २
सुन रे पति ओ मेरा सुन रे पति , तने हाल बताऊँ सारा
देवरिय को ब्याव करा दे , वोह ना फिरे कंवारा - २
दल बादल बीच चमके जी तारातेरे नाम की दो चूड़ी -२ मने पेरा दे मनिहारा , पेरा दे मनिहारा
भर जोबन में नाव डूबगी तैरा दे मनिहारा
तेरे नाम की दो चूड़ी मने पेरा दे मनिहारा , पेरा दे मनिहारा
पटरी -२ रेल चालत हैं -२ ऊपर जहाज हवाई
फागन में तो छोरा मर गया -२ कर कर याद लुगाई -२
पटरी -२ रेल चालत हैं ऊपर जहाज हवाई
फागन में तो छोरा मर गया, कर कर याद लुगाई -२
नीम का जोबन नीम निमोड़ी -२ आम का जोबन चुआन
मर्द का जोबन पण सुपारी -२ पनिहारी का कुआँ -२
नीम का जोबन नीम निमोड़ी आम का जोबन चुआन
मर्द का जोबन पण सुपारी पनिहारी का कुआँ -२
आधी रात में आयो देवर - २ , लायो फूल गुलाबी
झाला देर बुलवान लाग्यो - २ , आजा मेरी भाभी -२
आधी रात में आयो देवर , लायो फूल गुलाबी
झाला देर बुलवान लाग्यो , आजा मेरी भाभी -२
सुन रे पति ओ मेरा सुन रे पति -२ , तने हाल बताऊँ सारा
देवरिय को ब्याव करा दे -२ , वोह ना फिरे कंवारा - २
सुन रे पति ओ मेरा सुन रे पति , तने हाल बताऊँ सारा
देवरिय को ब्याव करा दे , वोह ना फिरे कंवारा - २
ओ म्हारी घूमर छे नखराळी ऐ माँ
रोज रोज का ओल्मा क्यों लावे म्हारा देवरिया
लुक्क - चिप्प न जावो जी, मन्ने देद करावो जी
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