Mata Laxmi Aarti in Hindi | Om Jai Laxmi Mata | लक्ष्मी आरती हिंदी - Alka Yagnik Lyrics
Singer | Alka Yagnik |
Song Writer | Traditional |
लक्ष्मी माता का महत्व:
देवी लक्ष्मी धन, भाग्य और समृद्धि (भौतिक और आध्यात्मिक दोनों) की हिंदू देवी हैं। उसका नाम संस्कृत शब्द 'लक्षय' से लिया गया है, जिसका अर्थ है लक्ष्य या लक्ष्य।
वह विष्णु की पत्नी और शक्ति (ऊर्जा) हैं, जो हिंदू धर्म के प्रमुख देवताओं में से एक हैं और वैष्णववाद परंपरा में सर्वोच्च हैं। जैन धर्म के साथ-साथ बौद्ध धर्म में भी लक्ष्मी एक महत्वपूर्ण देवता हैं।
लक्ष्मी को 'श्री ’या mi थिरुमगल’ भी कहा जाता है क्योंकि वह छह शुभ और दिव्य गुणों या बंदूकों से संपन्न है, और विष्णु की दिव्य शक्ति है।
हिंदू धर्म में, वह 'समुद्र मंथन' के मंथन से पैदा हुई थीं और उन्होंने विष्णु को अपना सबसे बड़ा संघ चुना था। जब विष्णु पृथ्वी पर अवतारों राम और कृष्ण के रूप में अवतरित हुए, तो लक्ष्मी उनके संबंधित संघ के रूप में अवतरित हुई। लक्ष्मी और विष्णु के बीच पत्नी और पति के विवाह और संबंध हिंदू शादियों में दूल्हा और दुल्हन के लिए अनुष्ठानों और समारोहों के लिए प्रतिमान है।
लक्ष्मी को भारतीय कला में एक सुंदर कपड़े पहने, समृद्धि-श्वेत-सुनहरे रंग की महिला के रूप में उल्लू के रूप में चित्रित किया गया है, जो वाहन के रूप में उल्लिखित है, जीवन के रखरखाव में आर्थिक गतिविधि के महत्व को दर्शाता है, उसकी कार्य करने की क्षमता, अंधकार को दूर करने में सक्षम है।
वह अक्सर सरस्वती, लक्ष्मी और पार्वती से मिलकर त्रिमूर्ति (त्रिदेवी) के हिस्से के रूप में चित्रित किया गया है।
उनके सम्मान में दीवाली और शरद पूर्णिमा (कोजागिरी पूर्णिमा) के त्योहार मनाए जाते हैं।
माँ लक्ष्मी आरती करने के लाभ:
लक्ष्मी आरती मुख्य रूप से दिवाली, कार्यालय / घर-वार्मिंग पर धन की देवी, विलासिता और समृद्धि की देवी का आशीर्वाद लेने के लिए की जाती है। हिंदू संस्कृति का मानना है कि देवी लक्ष्मी आर्थिक कल्याण और भौतिक लाभ प्रदान करती हैं।
Laxmi Mata Aarti in Hindi
महालक्ष्मी नमस्तुभ्यं,
नमस्तुभ्यं सुरेश्वरि ।
हरि प्रिये नमस्तुभ्यं,
नमस्तुभ्यं दयानिधे ॥
पद्मालये नमस्तुभ्यं,
नमस्तुभ्यं च सर्वदे ।
सर्वभूत हितार्थाय,
वसु सृष्टिं सदा कुरुं ॥
ॐ जय लक्ष्मी माता,
मैया जय लक्ष्मी माता ।
तुमको निसदिन सेवत,
हर विष्णु विधाता ॥
उमा, रमा, ब्रम्हाणी,
तुम ही जग माता ।
सूर्य चद्रंमा ध्यावत,
नारद ऋषि गाता ॥
॥ॐ जय लक्ष्मी माता...॥
दुर्गा रुप निरंजनि,
सुख-संपत्ति दाता ।
जो कोई तुमको ध्याता,
ऋद्धि-सिद्धि धन पाता ॥
॥ॐ जय लक्ष्मी माता...॥
तुम ही पाताल निवासनी,
तुम ही शुभदाता ।
कर्म-प्रभाव-प्रकाशनी,
भव निधि की त्राता ॥
॥ॐ जय लक्ष्मी माता...॥
जिस घर तुम रहती हो,
ताँहि में हैं सद्गुण आता ।
सब सभंव हो जाता,
मन नहीं घबराता ॥
॥ॐ जय लक्ष्मी माता...॥
तुम बिन यज्ञ ना होता,
वस्त्र न कोई पाता ।
खान पान का वैभव,
सब तुमसे आता ॥
॥ॐ जय लक्ष्मी माता...॥
शुभ गुण मंदिर सुंदर,
क्षीरोदधि जाता ।
रत्न चतुर्दश तुम बिन,
कोई नहीं पाता ॥
॥ॐ जय लक्ष्मी माता...॥
महालक्ष्मी जी की आरती,
जो कोई नर गाता ।
उँर आंनद समाता,
पाप उतर जाता ॥
॥ॐ जय लक्ष्मी माता...॥
ॐ जय लक्ष्मी माता,
मैया जय लक्ष्मी माता ।
तुमको निसदिन सेवत,
हर विष्णु विधाता ॥
Laxmi Mata Aarti in Hinglish
mahaalakshmee namastubhyan,
namastubhyan sureshvari .
hari priye namastubhyan,
namastubhyan dayaanidhe .
padmaalaye namastubhyan,
namastubhyan ch sarvade .
sarvabhoot hitaarthaay,
vasu srshtin sada kurun .
om jay lakshmee maata,
maiya jay lakshmee maata .
tumako nisadin sevat,
har vishnu vidhaata .
uma, rama, bramhaanee,
tum hee jag maata .
soory chadramma dhyaavat,
naarad rshi gaata .
.om jay lakshmee maata....
durga rup niranjani,
sukh-sampatti daata .
jo koee tumako dhyaata,
rddhi-siddhi dhan paata .
.om jay lakshmee maata....
tum hee paataal nivaasanee,
tum hee shubhadaata .
karm-prabhaav-prakaashanee,
bhav nidhi kee traata .
.om jay lakshmee maata....
jis ghar tum rahatee ho,
taanhi mein hain sadgun aata .
sab sabhanv ho jaata,
man nahin ghabaraata .
.om jay lakshmee maata....
tum bin yagy na hota,
vastr na koee paata .
khaan paan ka vaibhav,
sab tumase aata .
.om jay lakshmee maata....
shubh gun mandir sundar,
ksheerodadhi jaata .
ratn chaturdash tum bin,
koee nahin paata .
.om jay lakshmee maata....
mahaalakshmee jee kee aaratee,
jo koee nar gaata .
unr aannad samaata,
paap utar jaata .
.om jay lakshmee maata....
om jay lakshmee maata,
maiya jay lakshmee maata .
tumako nisadin sevat,
har vishnu vidhaata .
Laxmi Mata Aarti in English
mahaalakshmee namastubhyan,
namastubhyan sureshvari.
hari priye namastubhyan,
namastubhyan dayaanidhe.
padmaalaye namastubhyan,
namastubhyan ch sarvade.
sarvabhoot hitaarthaay,
vasu srshtin sada kurun.
om jay lakshmee maata,
maiya jay lakshmee maata.
tumako nisadin sevat,
Har vishnu vidhaata.
uma, rama, bramhaanee,
tum hee jag maata.
soory chadramma dhyaavat,
naarad rshi gaata.
.om jay lakshmee maata ....
durga rup niranjani,
sukh-sampatti data.
who cares,
rddhi-siddhi dhan paata.
.om jay lakshmee maata ....
tum hee paataal nivaasanee,
tum hee shubhadaata.
karma-prabhaav-prakaashanee,
bhav nidhi kee traata.
.om jay lakshmee maata ....
The house you live in,
There are so many types it's hard to say.
sab sabhanv ho jaata,
man nahin ghabaraata.
.om jay lakshmee maata ....
you are not happy
vastr na koee paata.
khaan paan ka vaibhav,
sab tumase aata.
.om jay lakshmee maata ....
shubh gun mandir sundar,
ksheerodadhi jaata.
ratn chaturdash tum bin,
no one knows
.om jay lakshmee maata ....
mahaalakshmee jee kee aaratee,
who knows.
unr aannad samaata,
paap utar jaata.
.om jay lakshmee maata ....
om jay lakshmee maata,
maiya jay lakshmee maata.
tumako nisadin sevat,
Har vishnu vidhaata.
Laxmi Mata Aarti in Panjabi
ਮਹਲਕ੍ਸ਼੍ਮੀ ਨਮਸ੍ਤੁਭ੍ਯਾਂ,
ਨਮਸਤੁਭਯਂ ਸੁਰੇਸ਼੍ਵਰੀ।
ਹਰਿ ਪ੍ਰੀਯ ਨਮਸਤੁਭਯਂ,
ਨਮਸਤੁਭਯਂ ਦਯਾਨਿਧੇ।
ਪਦਮਲਾਯ ਨਮਸ੍ਤੁਭਯਂ,
ਨਮਸਤੁਭ੍ਯਾਂ ਚ ਸਰ੍ਵਦੇ।
ਸਰਵਭੂਤ ਹਿਤਰਾਥੈ,
ਵਾਸੁ ਸ੍ਰਸਟੀਨ ਸਦਾ ਕੁਰੂਨ।
ਓਮ ਜੈ ਲਕਸ਼ਮੀ ਮਾਂ,
ਮਾਇਆ ਜੈ ਲਕਸ਼ਮੀ ਮਾਂ.
ਤੁਮਾਕੋ ਨਿਜ਼ਦਿਨ ਸੇਵਤ,
ਹਰਿ ਵਿਸ਼ਨੁ ਵਿਧਾਤਾ।
ਉਮਾ, ਰਮਾ, ਬ੍ਰਾਹਮਣੀ,
ਤੁਮ ਹੀ ਜਾਗ ਮਾਤਾ।
ਸੂਰੀ ਚਡਰਮਾ ਧਿਆਵਤ,
ਨਾਰਦ ਰਸਿ ਗਾਤਾ।
.ਓਮ ਜੈ ਲਕਸ਼ਮੀ ਮਾਂ ....
ਦੁਰਗਾ ਰੂਪ ਨਿਰੰਜਨੀ,
sukh- ਸੰਪਤੀ ਡਾਟਾ.
ਕੀਨੁ ਪਰਵਾਹ ਹੈ,
rddhi-siddhi dhan paata.
.ਓਮ ਜੈ ਲਕਸ਼ਮੀ ਮਾਂ ....
ਤੁਮ ਹੀ ਪਤਾਲ ਨਿਵਾਸਨੀ,
ਤੁਮ ਹੀ ਸ਼ੁਭਦਾਤਾ।
ਕਰਮ-ਪ੍ਰਭਾਵ-ਪ੍ਰਕਾਸ਼ਨਿ,
ਭਵ ਨਿਧਿ ਕੀ ਤ੍ਰਾਤਾ।
.ਓਮ ਜੈ ਲਕਸ਼ਮੀ ਮਾਂ ....
ਜਿਸ ਘਰ ਵਿੱਚ ਤੁਸੀਂ ਰਹਿੰਦੇ ਹੋ,
ਇੱਥੇ ਬਹੁਤ ਸਾਰੀਆਂ ਕਿਸਮਾਂ ਹਨ ਇਸਦਾ ਕਹਿਣਾ ਮੁਸ਼ਕਲ ਹੈ.
ਸਬ ਸਭਨਵ ਹੋ ਜਾਤਾ,
ਆਦਮੀ ਨਹੀਂ
.ਓਮ ਜੈ ਲਕਸ਼ਮੀ ਮਾਂ ....
ਤੁਹਾਡੇ ਕੋਲ ਨਹੀਂ ਹੈ
ਵਿਸ਼ਾਲ ਨ ਕੋਇ ਪਤਾ।
ਖਾਨ ਪਾਨ ਕਾ ਵੈਭਵ,
ਸਬ ਤੁਮਸੇ ਆਤਾ।
.ਓਮ ਜੈ ਲਕਸ਼ਮੀ ਮਾਂ ....
ਸ਼ੁਭ ਗਨ ਮੰਦਰ ਸੁੰਦਰ,
ਖੀਰੋਦਾਧੀ ਜਾਤਾ।
ਰਤਨ ਚਤੁਰਦਾਸ਼ ਤੁਮ ਬਿਨ,
ਕੋਈ ਨਹੀਂ ਜਾਣਦਾ
.ਓਮ ਜੈ ਲਕਸ਼ਮੀ ਮਾਂ ....
ਮਹਲਕਸ਼ਮੀ ਜੀ ਕੀ ਆਰਤੀ,
ਜੋ ਕੋਇ ਨਰ ਗਾਤਾ।
ਅਨਰ ਅਨਾਦ ਸਮਤਾ,
ਪਾਪ ਉਤਰ ਜਾਤਾ.
.ਓਮ ਜੈ ਲਕਸ਼ਮੀ ਮਾਂ ....
ਓਮ ਜੈ ਲਕਸ਼ਮੀ ਮਾਂ,
ਮਾਇਆ ਜੈ ਲਕਸ਼ਮੀ ਮਾਂ.
ਤੁਮਾਕੋ ਨਿਜ਼ਦਿਨ ਸੇਵਤ,
ਹਰਿ ਵਿਸ਼ਨੁ ਵਿਧਾਤਾ।
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