नमस्कार दोस्तों आज के इस लेख में हम आपको Top 10 Rajasthani Bhajan Lyrics - राजस्थानी भजन लिरिक्स इन हिंदी में देने वाले है इस लेख में जितने भी भजन दिए जायेंगे वो सब सुनकर आप मंत्रमुग्द हो जायेंगे बहुत कुछ सीखने को भी मिलेगा तो आपसे हमारी विनती है की आप इस लेख में दिए गए सारे भजन सुने और गुनगुनाये और आपके दोस्तों और फैमिली में शेयर करे और फॉलो जरूर करे ताकि आने वाले सभी भजनो की नोटिफिकेशन आपको मिल सके।
Top 10 Rajasthani Bhajan Lyrics - राजस्थानी भजन लिरिक्स
चौसठ जोगणी रे भवानी लिरिक्स - Prakash Mali Lyrics
Singer | Prakash Mali |
दोहा
जगजननी दुःख हरनी मैया, नो रूप लिया थे धार
म्हाने दर्शन देवज्यो मैया, हो सिंह पे असवार
देवलिये रमजाय भवानी मिन्दरिये रमजाय
चौसठ जोगणी रे भवानी, देवलिये रमजाय
घूमर घालणि रे भवानी, देवलिये रमजाय ||
देवलिये रमजाय म्हारे, आंगणिये रमजाय,
चौसठ जोगणी रे भवानी, देवलिये रमजाय
घूमर घालणि रे भवानी, देवलिये रमजाय ||
हंस सवारी कर मोरी मैया, ब्रम्हा रूप बणायो,
ब्रम्हा रूप बणायो नवदुर्गा, ब्रम्हा रूप बणायो,
चार वेद मुख चार बिराजे, चारा रो जस गायो ||
घूमर घालनी रे भवानी, देवलिये रमजाय ||
गरुड़ सवारी कर मेरी मैया, विष्णु रूप बणायो,
विष्णु रूप बणायो नवदुर्गा, विष्णु रूप बणायो,
गदा पदम संग चक्र बिराजे, मधुबन रास रचायो ||
घूमर घालनी रे भवानी, देवलिये रमजाय ||
नंदी सवारी कर मेरी मैया, शक्ति रूप बणायो,
शक्ति रूप बणायो नवदुर्गा, शक्ति रूप बणायो,
जटा मुकुट मै गंगा खळके, शेष नाग लीपटायो ||
घूमर घालनी रे भवानी, देवलिये रमजाय ||
सिंघ सवारी कर मेरी मैया, शक्ति रूप बणायो,
शक्ति रूप बणायो नवदुर्गा, शक्ति रूप बणायो,
सियाराम तेरी करे स्तुति, भक्त मंडल जस गायो ||
घूमर घालनी रे भवानी, देवलिये रमजाय ||
चौसठ जोगणी भवानी, देवलिये रमजाय,
घूमर घालणि रे भवानी, देवलिये रमजाय ||
खम्मा खम्मा हो रामा रुणिचे रा धणिया - Prakash Mali, Neeta Nayak Lyrics
Singer | Prakash Mali, Neeta Nayak |
Music | Mahendra Parmar |
खम्मा खम्मा हो रामा रुणिचे रा धणिया,
थाने तो ध्यावे आखो मारवाड़ हो |
आखो गुजरात हो,
हो अजमालजी रा कवरा ||
भादुडा री दूज ने चमकियो जी सितारो,
पालनिया मे झूलने आयो पालन हारो,
द्वारिका रा नाथ झूले पालनिया,
हो रामा द्वारिका रा नाथ झूले पालनिया,
हो अजमालजी रा कवरा ||
बडोरा विरमदेव छोटा रामदेवजी,
धोरारी धरती मे आया,आया रामापीरजी,
कूम-कू रा पगलिया मांड्या आग्निया,
हो रामा कूम-कू रा पग्लिया मांड्या आग्निया,
हो अजमालजी रा कवरा ||
सिरपे कीलंगी-तूररो केसरिया हे जामो,
भागता री भीड़ आवे भोलो पिर रामो,
भागता रो मान बडावलिया,
हो रामा भागता रो मान बढावलिया,
हो अजमालजी रा कवरा ||
माता मीणा ने जारा पिता अजमाल जी,
सुगणा रा बीर राणी मेंतल रा भरतार जी,
जगमग जोत जगावणिया,
हो रामा जगमग जोत जगावणिया,
हो अजमालजी रा कवरा ||
काळी बाई बाबा थारा पगल्या पखारती,
लाछा और सुगणा बाई करे हर की आरती,
हरजी भाटी रे मन भावनिया,
हो रामा हरजी भाटी रे मन भावनिया,
हो अजमालजी रा कवरा ||
भागता री पुकार सुणकर रामाधणी आयो है,
दास थारा दर्शन करके घणा सुख पायो है,
चरना रो चाकर छोगालाल बनिया,
हो छोगालाल बनिया,
हो अजमालजी रा कवरा ||
खम्मा खम्मा हो रामा रुणिचे रा धणिया,
थाने तो ध्यावे आखो मारवाड़ हो |
आखो गुजरात हो,
हो अजमालजी रा कवरा ||
छैल चतुर रंग रसिया रे भवरा लिरिक्स - Prakash Mali Lyrics
Singer | Prakash Mali |
Music | Omji, Jitu Dave |
Song Writer | Mahendra Parmar |
छैल चतुर रंग रसिया रे भवरा,
पर घर प्रीत मत कीजै,
पर घर प्रीत मत कीजै |
पराई नार आ नैण कटारी,
रूप देख मत रीझे,
रे भाई म्हारा पर घर प्रीत मत कीजै ||
घर के मंदरिया में निपट अंधेरो,
पर घर दीवला मत जोजे,
घर को गुड़ कालो ही खा लीजे |
पर चोरी की खांड मत खाजे,
पर घर प्रीत मत कीजै,
रे भाई म्हारा पर घर प्रीत मत कीजै ||
पराया खेत में बीज मत बोजे,
बीज अकारत जावे,
कुल में दाग जगत बदनामी,
बुरा करम मत कीजै |
पर घर प्रीत मत कीजै,
रे भाई म्हारा पर घर प्रीत मत कीजै ||
भाइला री नार जमाण जाई लागे,
बेहनड़ के बतलाजे,
कहत कबीर सुनो रे भाई साधु,
बैकुंठा पद पाजे |
रे भाई म्हारा पर घर प्रीत मत कीजै ||
छैल चतुर रंग रसिया रे भवरा,
तू पर घर प्रीत मत कीजै,
पर घर प्रीत मत कीजै |
पराई नारी रा रूप कटारी,
रूप देख मत रीझे,
रे भाई म्हारा पर घर प्रीत मत कीजै ||
छैल चतुर रंग रसिया रे भवरा,
पर घर प्रीत मत कीजै,
पर घर प्रीत मत कीजै |
पराई नार आ नैण कटारी,
रूप देख मत रीझे,
रे भाई म्हारा पर घर प्रीत मत कीजै ||
भजना मे जावा कोनी दे लिरिक्स - Prakash Mali Lyrics
Singer | Prakash Mali |
Music | Omji, Jitu Dave |
Song Writer | Mahendra Parmar |
भजना मे जावा कोनी दे, भजना मे जावा कोनी दे,
हाचि रे परणाई रे नुगरा मालने
भजना मे जावा कोनी दे,
सतसंग मे जावा को नी दे,
जम्बुला मे जावा को नी दे |
अछि रे परनाई रावल,
देस में हो म्हारा राज ||
क्यु नहीं कि नी पारस,
पीपली हो म्हारा राज,
रैति वन रे माए,
आवता साधुङा छाया,
बेठता हो म्हारा राज |
म्हारो अमर वेतो नाम,
अछि परनाई रावल,
देस में हो म्हारा राज ||
क्यु नहीं कि नि कुआँ,
बावड़ी हो म्हारा राज,
रेति मारग रे माए,
आवता साधुडा पानी,
पिवता हो म्हारा राज,
म्हारो अमर वेतो नाम |
अछि परनाई रावल,
देस में हो म्हारा राज ||
क्यु नहीं कि नी वनरी,
रोजङी हो म्हारा राज,
रेति वन रे माए,
आवता साधुङा लेती,
वारणा हो म्हारा राज,
म्हारो अमर वेतो नाम |
अछि परनाई रावल,
देस में हो म्हारा राज ||
हाथ जोड़ी ने रूपा बोलिया,
संसारो अमरापुर मे वास,
किरपा भक्ता पर संता राखीजो,
थारो जनम जनम गुण गाये |
अछि परनाई रावल,
देस में हो म्हारा राज ||
भजना मे जावा कोनी दे,
सतसंग मे जावा को नी दे,
जम्बुला मे जावा को नी दे,
अछि रे परनाई रावल,
देस में हो म्हारा राज ||
एक बार आओ जी बालाजी म्हारे आंगणा लिरिक्स - Mukesh Bagda Lyrics
Singer | Mukesh Bagda |
एक बार आओ जी,
बालाजी म्हारे आंगणा,
थाने टाबरिया बुलावे घर आज,
पधारो म्हारे आँगणिये ||
केसरिया बागो पहरावा,
चांदी को थाके छतर चढ़ावा,
थाने बनड़ो बनावा बाबा आज,
पधारो म्हारे आँगणिये ||
केसर चंदन तिलक लगावा,
इतर से बाबा थाने नहलवा,
थाको खूब करा श्रृंगार,
पधारो म्हारे आँगणिये ||
खीर चूरमा को भोग लगावा,
प्रेम से बाबा थाने जिमावा,
थाके खूब करा मनुहार,
पधारो म्हारे आँगणिये ||
ग्यारस की म्हे रात जगावा,
भजना सु बाबा थाने रिझावा,
थाका खूब लड़ावा लाड़,
पधारो म्हारे आँगणिये ||
भगता की थे विनती सुणजो,
दुखड़ा सबका आकर हर जो,
थाकि महिमा अपरम्पार,
पधारो म्हारे आँगणिये ||
चौखट पे थाकि जो भी आवे,
वो तो हरपल मौज उड़ावे,
थाको नाम जपे दिन रात,
पधारो म्हारे आँगणिये ||
फागुण में मेहंदीपुर आवा,
आकर के तोके ढोक लगावा,
म्हाका मन में घणो यो चाव,
पधारो म्हारे आँगणिये ||
फागुण की तो महिमा भारी,
दरश करे लाखो नर नारी,
जामे अमन भी है एक दास,
पधारो म्हारे आँगणिये ||
एक बार आओ जी,
बालाजी म्हारे आंगणा,
थाने टाबरिया बुलावे घर आज,
पधारो म्हारे आँगणिये ||
Sangat Karo Ni Nirmal Sant Ri Mari Heli - Chotu Singh Rawna Lyrics
Singer | Chotu Singh Rawna |
Music | Kailash jangid |
Song Writer | Traditional |
संगत करो नी निर्मल
संत री म्हारी हेली,
आवागमन मिट जाये,
थारो जन्म मरण मिट जाये ||
चन्दन उगो रे हरिया बाग में म्हारी हेली,
खुशी होइ रे वनराय,
आप सुगन्ध ओरो ने करे म्हारी हेली,
सुगन्ध घणी अंग माय ||
संगत करो नी निर्मल
संत री म्हारी हेली…
बांस उगो रे डरे डुंगरे म्हारी हेली,
झुरन लागी वनराय,
आप बले ओरो ने बाले म्हारी हेली,
कपट गांठ अंग माय ||
संगत करो नी निर्मल…
दव लागो डरे डुंगरे म्हारी हेली,
मिल गई झालो झाल,
ओर सब पंखैरू उङ गया म्हारी हेली,
हंस राज बैठा आय ||
संगत करो नी निर्मल
संत री म्हारी हेली…
चन्दन हंस मुख बोलीया म्हारी हेली,
थे क्यू जलो हंसराज,
मै तो जला पांखा बायरा म्हारी हेली,
जङा पियाला माय ||
संगत करो नी निर्मल
संत री म्हारी हेली…
फल खाया ने पान तोङीया म्हारी हेली,
रमीया डालो डाल,
थे जलो ने मै क्यू उबरा म्हारी हेली,
जिवणो कितरा काल ||
संगत करो नी निर्मल
संत री म्हारी हेली…
चन्दन हंस रो प्रेम देख ने म्हारी हेली,
दुधा बरसीयो मैह,
कैवे कबीर सा धरमीदास ने म्हारी हेली,
संगत करो नी निर्मल
संत री म्हारी हेली…
संगत करो नी निर्मल
संत री म्हारी हेली,
आवागमन मिट जाये,
थारो जन्म मरण मिट जाये ||
अबके सतगुरु मोय जगायो लिरिक्स - संत श्री सुखदेव जी महाराज Lyrics
Singer | संत श्री सुखदेव जी महाराज |
Music | नवीन नाडावत |
संत जगावे जिव को मति कोई उठे जाग
जागे फिर सोवे नहीं जल दरिया बढ़ भाग
अबके सतगुरु मोय जगायों,
सूतो हुओ अचेत नींद में,
बहुत काल दुख पायो,
अबके सतगुरु मोय जगायों
केई दफे देव भयो कर्मन से,
केई दफे इंद्र कहवायो,
केई दफे भूत पिशाच निशाचर,
खातों नाय अघायो,
अबके सतगुरु मोय जगायों
केई दफे मानुष देहि धरके,
भव मण्डल में आयो,
केई दफे पशु और पक्षी होकर,
कीट पतंग रे दिखायो,
अबके सतगुरु मोय जगायों
तीन गुणा रा कर्मन करके,
ना ना जूण भुगतायो,
स्वर्ग नरक पाताल लोक में,
ऐसो चक्र घुमायो,
अबके सतगुरु मोय जगायों
ये तो सपना आद अनादि,
वचन झेल थिर थायो,
सूंदर ज्ञान प्रकाश भयो तब,
सारो तिमिर मिटायो,
अबके सतगुरु मोय जगायों
अबके सतगुरु मोय जगायों,
सूतो हुओ अचेत नींद में,
बहुत काल दुख पायो,
अबके सतगुरु मोय जगायों
और भजले रे भाया और भजले लिरिक्स - Manish Tiwary Lyrics
Singer | Manish Tiwary |
Music | Akshay Chiklikar |
और भजले रे भाया और भजले,
और भजले रे भाया और भजले,
सांवरिया रो ध्यान लगाले रे,
रामजी ने और भजले ||
राम ने भजा तो बेडा पार होवेलो,
श्याम ने भजा तो बेडा पार होवेलो,
तू तो गोविन्द को गुण गाले रे,
रामजी ने और भजले ||
मनक जनम थारा काम आवेलो,
अभी नही समझयो तो पछतावेगो,
थारो जनम अकारथ जावे रे,
रामजी ने और भजले ||
लाडली कमाई थारा काम आवेली,
प्रेम री कमाई थारा काम आवेली,
थारो जनम सफल हो जाये रे,
रामजी ने और भजले ||
प्रभु को भजन थारा साथ जायेगा,
महल मकान यही रह जायेगो,
थारो बेड़ो पार हो जाये रे,
रामजी ने और भजले ||
और भजले रे भाया और भजले,
सांवरिया रो ध्यान लगाले रे,
रामजी ने और भजले ||
थारो जनम अकारथ जावे रे,
रामजी ने और भजले ||
तू तो गोविन्द को गुण गाले रे,
रामजी ने और भजले ||
हट मत पकड़े पार्वती लिरिक्स - Aakruti Mishra Lyrics
Singer | Aakruti Mishra |
Music | Balaji Sound Madra |
हट मत पकडे पार्वती,
थाने भोलो परणवा आवेला,
हट मत पकडे पार्वती
तू जाणे बैठे मेहल माल्या,
तू जाणे बैठे मेहल माल्या,
वो तो पहाड़ों पर धुणी जगावे लो,
हट मत पकडे पार्वती,
तु जाणे भोलो लावेलो बाराती,
तु जाणे भोलो लावेलो बाराती,
वो तो भूतों वाला टोला लावेलो,
हट मत पकडे पार्वती,
तू जाने बठे सासु रे ननदिया
बो तो डाकणा रे पगा लगावे लो
हट मत पकडे पार्वती
हट मत पकडे पार्वती,
थाने भोलो परणवा आवेला,
हट मत पकडे पार्वती
इसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया
ऐसा डमरू बजाया बम बम बम बम
इसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया
ओ म्हारा बाल गोविन्दा जी लिरिक्स - Manish Tiwari Lyrics
Singer | Manish Tiwari |
Music | Unix Music |
ओ म्हारा बाल गोविन्दा जी,
के म्हारे घर रमवा आजो जी,
ओ ठाकुर छैल छबीला जी,
के म्हारे घर रमवा आजो जी
ओ म्हारा बाल गोविन्दा जी,
के म्हारे घर रमवा आजो जी,
ओ ठाकुर छैल छबीला जी,
के म्हारे घर रमवा आजो जी
रमवा आजो जी के लाजो सखी सहेली जी,
ओ म्हारा बाल गोविन्दा जी,
के म्हारे घर रमवा आजो जी
लाडू मंगइ दु पेड़ा मंगइ दु
साथ मे माखन मिश्री जी
म्हारा मन मे ऐसी आवे,
के छप्पन भोग जीमई दु,
ओ म्हारा बाल गोविन्दा जी,
के म्हारे घर रमवा आजो जी,
ओ ठाकुर छैल छबीला जी,
के म्हारे घर रमवा आजो जी
हाथ दुलाये दू पाओ दुलाये दू
और दुलाये दू तुम्हारा मुंडल जी
म्हारा मन मे ऐसी आवे,
के अपने हाथ नाल्ये दू
ओ म्हारा बाल गोविन्दा जी,
के म्हारे घर रमवा आजो जी,
ओ ठाकुर छैल छबीला जी,
के म्हारे घर रमवा आजो जी
चमअरी धुल सिलाय्दु रंग
राधा की टोपी जी
म्हारा मन मे ऐसी आवे,
के अपने हाथ पिराये दू,
ओ म्हारा बाल गोविन्दा जी,
के म्हारे घर रमवा आजो जी,
ओ ठाकुर छैल छबीला जी,
के म्हारे घर रमवा आजो जी,
राधा बुलइ दु रुकमणी बुलइ दु
और बुलइ दु सतभामा जी
म्हारा मन मे ऐसी आवे ,
म्हारा मन मे ऐसी आवे के संग मे रास रचइ दु,
ओ म्हारा बाल गोविन्दा जी,
के म्हारे घर रमवा आजो जी,
ओ ठाकुर छैल छबीला जी,
के म्हारे घर रमवा आजो जी
ओ म्हारा बाल गोविन्दा जी,
के म्हारे घर रमवा आजो जी
ओ ठाकुर छैल छबीला जी,
के म्हारे घर रमवा आजो जी
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